गिफ्ट (Twinkle twinkle little star)- छोटी कहानी ज्ञान:
एक छोटा सा शहर था| जहाँ मीनू अपने मम्मी पापा के साथ रहती थी| एक दिन मीनू के पापा ने उसे, एक गुड़िया लाकर दी| गुड़िया में एक बटन लगी हुई थी जिसे दबाते ही, ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार (Twinkle twinkle little star) गाना बजने लगा| गाना सुनते ही, मीनू ख़ुशी से उछलने लगी| कुछ ही महीनों में, मीनू को गुड़िया से लगाव हो गया| वह ज़्यादातर समय गुड़िया के साथ ही गुज़ारने लगी| एक दिन, वह अपने गार्डन में पेड़ के नीचे, गुड़िया के साथ खेल रही थी| तभी एक ख़ूबसूरत परी प्रकट हुई| परी को देखते ही, वह ख़ुश हो गई|
परी ने मीनू से कहा, “मुझे तुम्हारी गुड़िया बहुत पसंद है| अगर तुम, मुझे यह दे दो तो, मैं तुम्हें इससे अच्छा गिफ्ट (gift) दूंगी| मीनू अपनी गुड़िया को बहुत पसंद करती थी लेकिन, उसने पहले से परियों की कहानी (Jadui pari ki kahani) सुनी थी इसलिए, उसने परी पर भरोसा करके, अपनी गुड़िया दे दी| गुड़िया मिलते ही, परी वहाँ से ग़ायब हो गई| परी के जाते ही, मीनू यहाँ वहाँ देखने लगी| जब मीनू को, कोई नज़र नहीं आया तो, वह दुखी होकर रोने लगी| उसे लगा कि, परी ने उसे धोखा दिया लेकिन, कुछ देर बाद, मीनू के पंख निकलने लगे और अगले ही पल वह, हवा में उड़ने लगी| मीनू को परी का गिफ्ट बहुत पसंद आया| मीनू बहुत जल्द अपनी इच्छा अनुसार, अपने पंखों का इस्तेमाल करना सीख गई| वह समझ चुकी थी कि, “कभी कभी नई ज़िंदगी पाने के लिए, पुरानी चीज़ें छोड़ना ज़रूरी होता है और इसी के साथ यह कहानी ख़त्म हो जाती है|