चिड़ियाघर (Chidiyaghar)- कहानियां इन हिंदी (मोर और मोरनी की कहानी हिंदी में):
कहानियां इन हिंदी– एक चिड़ियाघर में, मोर और मोरनी का बहुत ही सुंदर जोड़ा रहता था| बहुत से लोग, केवल मोर और मोरनी को देखने ही, चिड़ियाघर (Chidiyaghar) आते थे| मोर जब भी, अपनी मोरनी के साथ, पंख फैलाकर नाच रहा होता, सभी दर्शक तालियां बजाने लगते है| रोज़ रोज़ यही सिलसिला चलता रहता| एक दिन स्कूल के बच्चों का एक समूह, चिड़ियाघर घूमने आया| बच्चों के बीच में, एक चिंटू नाम का लड़का था| चिंटू थोड़ा शरारती था| वह चिड़ियाघर में, जानवरों से मस्ती कर रहा था और इसी दौरान वह, साँप के कुँए के पास आकर उछलने लगता है| अचानक चिंटू का पैर फिसल जाता है और वह, ख़तरनाक सांपों के कुएँ में, गिर जाता है| चिंटू के चारों तरफ़, बड़े बड़े साँप, घूम रहे होते हैं| जिन्हें देखकर, चिंटू की सिट्टी पिट्टी गुम हो जाती है| वह साँप के डर से चिल्लाने लगता है| स्कूल के बच्चे, चिंटू को बचाने के लिए, चिड़ियाघर के कर्मचारियों को, आवाज़ देते हैं लेकिन, साँपों के कुएँ के अंदर, किसी की जाने की हिम्मत नहीं होती है| सभी को लगने लगा था कि, आज चिंटू सांपों से नहीं बच पाएगा| तभी एक बहुत ही विशाल साँप, चिंटू के नज़दीक धीरे धीरे बढ़ने लगता है|
इसी बीच मोर और मोरनी, साँप के बाड़े में कूद जाते हैं और चिंटू की तरफ़ बढ़ रहे साँप को, अपनी चोंच से पकड़ कर, घायल कर देते हैं और चिंटू को घेरकर खड़े हो जाते हैं| कुएँ के अंदर, मोर और मोरनी के आते ही, सभी साँप डर के बाहर निकलने लगते हैं| इसी बीच सुरक्षा दल के लोग, बच्चे को साँप के कुएँ से बाहर निकाल लेते हैं| मोर और मोरनी की बहादुरी की वजह से, चिंटू तो बच जाता है लेकिन, चिड़िया घर में सांप को घायल करने के लिए, मोर और मोरनी को सजा के तौर पर, चिड़ियाघर से हटाने का फ़ैसला कर लिया जाता है| चिड़ियाघर आने वाले लोगों को, जैसे ही यह बात पता चलती है तो, वह मोर और मोरनी को, जंगल भेजने का विरोध करते हैं लेकिन, मजबूरी में चिड़ियाघर प्रशासन को, मोर मोरनी को जंगल भेजना ही पड़ता है| मोर ओर मोरनी के जाने के बाद, दिनोंदिन चिड़ियाघर में, दर्शकों की भीड़ कम होने लगती है क्योंकि, चिड़ियाघर का असली केंद्र तो मोरी मोरनी थे और उनके ना रहने पर, चिड़िया घर की सुंदरता ख़त्म हो चुकी थी| एक दिन शहरवासियों को न्यूज़ के माध्यम से ख़बर मिलती है कि, एक मोर मोरनी का जोड़ा शहर में पाया गया है और जब पड़ताल की गई तो, पता चला कि, यह वही जोड़ा था जिसे, चिड़ियाघर प्रशासन ने जंगल भेजा था| मोर मोरनी वापस आ चुके थे और अपने चिड़ियाघर में जाने के लिए बेताब थे|
जनता के दबाव के कारण, चिड़ियाघर प्रशासन, मोर और मोरनी को, फिर से चिड़ियाघर में लेने पर मजबूर हो जाता है| मोर मोरनी के आते ही, चिड़िया घर में फिर से दर्शकों की भीड़ लगना प्रारंभ हो जाती है| मोर अपनी मोरनी के सामने पंख फैलाकर, नृत्य करते हुए, दर्शकों का ख़ूब मनोरंजन करने लगता है और इसी के साथ यह कहानी समाप्त हो जाती है|
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