तोता मैना- हिंदी कहानियां लिखी हुई (Tota Maina ki Kahani in hindi):
हिंदी कहानियां लिखी हुई– तोता मैना की कहानी बच्चों को बहुत पसंद आती है, ऐसी ही एक कहानी एक तोते की है| एक घर में एक तोता पिंजरे के अंदर रहता था| तोते का मालिक, उसे एक गाँव से ख़रीद कर लाया था| वह तोते को रोज़ाना कई तरह की चीज़ें खिलाया करता| तोता, अपने मालिक से बहुत ख़ुश था लेकिन, बाहरी पक्षियों को देख कर, उसे बहुत जलन होती थी| जब भी कोई चिड़िया, उसके पिंजरे के ऊपर आकर बैठती, वह पिंजरे के अंदर, फड़फड़ाने लगता| दरअसल तोते को, बाक़ी पक्षियों की आज़ादी देखकर, बुरा लगता था लेकिन, वह अपने मन को, यह कहकर समझा लेता था कि, बाहर जाकर, अगर खाना नहीं मिला तो, उसका क्या होगा? इसलिए, अपने पिंजरे में ग़ुलामी में रहना ही ठीक है| कम से कम, दो वक़्त की रोटी तो मिल जाती है| एक दिन तोता, अपने पिंजरे में बैठा हुआ, कुछ सोच रहा था लेकिन, उसी वक़्त एक ख़ूबसूरत सी मैना, पिंजरे के चारों तरफ़ उड़ने लगती है| मैना को देखते ही, तोता भी पिंजरे से बाहर निकलने की, कोशिश करता है लेकिन, वह बाहर कैसे निकलता, पिंजरा मज़बूती से बंद जो किया गया था| बहुत कोशिश करने के बाद तोता, मैना को देखकर, अंदर फड़फड़ाने लगता है| वह मैना के साथ, आसमान में पंख फैलाकर उड़ना चाहता था लेकिन, वह एक ऐसे बंधन में था, जिसे उसने मजबूरी के चलते, अपनाया था| उसके पास, आज़ादी से उड़ने के, कई अवसर आए थे लेकिन, उसे अपने मालिक के पिंजरे की ग़ुलामी ही पसंद थी| अपने उस निर्णय से, आज तोता बहुत पछता रहा था क्योंकि, मैना ने उसके अंदर, आज़ादी की चाहत, जो पैदा कर दी थी| इस बार तो, तोता बाहर निकलना में नाकामयाब था लेकिन, उसने ठान लिया था कि, वह अब इस पिंजरे में नहीं रहेगा| उसे आसमान में, अपने पंख फैलाकर, मैना के साथ आज़ादी से उड़ाना है और अगले दिन, जैसे ही तोते का मालिक, उसे पिंजरा खोल कर खाना देता है| अचानक, तोता बाहर निकलकर, उड़ जाता है|
मालिक को समझ में नहीं आता कि, अचानक तोता पिंजरे से कैसे भाग गया| अगले ही पल, तोता आसमान में, मैना को तलाशते हुए, उड़ने लगता है लेकिन, तोते की क़िस्मत ख़राब थी| उसके ऊपर, एक बाज़ की नज़र पड़ जाती है| बाज़ तोते का शिकार करने के लिए, उसके पीछे लग जाता है| तोता लंबे समय से, पिंजरे के अंदर बंद था इसलिए, आसमान में उसे, उड़ने में परेशानी हो रही थी| बहुत कोशिश करने के बाद भी, तोता बाज से ज़्यादा तेज़ नहीं उड़ सकता था| थोड़ी सी उड़ान मे ही, तोता थक जाता है और आसमान से नीचे, गिरने लगता है| तोते को नीचे गिरता देख, बाज उस पर ज़ोर से, झपटता है लेकिन, इसी बीच मैना, बाज़ की आँखों में, अपनी चोंच से, वार करती है और तोते को पकड़कर, अपने साथ उड़ा ले जाती है| बाज की आँखों में, मैना के हमले से, ज़बर्दस्त चोट लगती है जिससे, वह घायल होकर, नीचे ज़मीन में जा गिरता है|
नीचे गिरते ही, बाज़ मूर्छित हो जाता है और इसी का फ़ायदा उठाकर, तोता और मैना, एक सुरक्षित स्थान में पहुँच जाते हैं| तोते ने जीवन में पहली बार, ऐसा संघर्ष देखा था जिसे, वह कभी भूल नहीं सकता था| वह मैना का शुक्रिया अदा करता है| मैना, उसे आज़ादी के लिए, प्रोत्साहित करते हुए कहती है, “ज़िंदगी में बाहर निकलने से, बहुत से ख़तरे मिलेंगे, लेकिन हर ख़तरा, तुम्हें मज़बूत बनाने के लिए ही होगा, इसलिए बाहर के खतरों से, कभी मत डरना क्योंकि, उन्हीं खतरों से सीखकर, तुम आसमान की बुलंदियों तक, पहुँच सकोगे|” तोता, मैना की बातें सुनकर, बेहद ख़ुश होता है| उसके अंदर, एक हिम्मत आ जाती है और आए भी क्यों ना? उसे मैना के रूप में, एक प्रोत्साहित करने वाली बहादुर दोस्त, जो मिल चुकी थी| मैना ने उसे, जीवन का महत्वपूर्ण पाठ सिखाया था और इसी के साथ, तोता मैना दोनों अपनी ज़िंदगी की, नई शुरुआत के लिए आसमान में उड़ जाते हैं|