लापरवाह टिड्डा (tidda)- (छोटी लघु कथा) 10 lines short stories with moral for kids:
जंगल में एक टिड्डा (tidda) रहता था| वह बहुत लापरवाह था| एक दिन वह घास पर उछल कूद कर रहा था| उसी समय उसे, चीटियों का एक समूह दिखाई दिया| चींटियां अपने गड्ढे के अंदर, खाने के भंडारण में जुटी हुई थी| टिड्डा उनके पास जाकर, उनका मज़ाक उड़ाते हुए उनसे कहता है, “तुम लोग फ़ालतू की मेहनत कर रहे हो| मेरी तरह आज़ाद जीना सीखो|” चींटियों ने टिड्डे की बात को नज़रअंदाज़ करके, अपना काम करना ज़रूरी समझा| थोड़ी देर बाद वह, वहाँ से चला गया| कुछ दिन गुज़रते ही, बारिश का मौसम शुरू हुआ| टिड्डा खाने की तलाश में उछलते कूदते फिर से, चींटियों के क़रीब पहुँचा|

चींटियां बड़े आराम से, अपने घर के अंदर खाने का मज़ा ले रही थी लेकिन, टिड्डा बारिश से परेशान था| तभी एक चींटी ने उसे, अपने घर के अंदर आने को कहा| टिड्डा बड़ी शर्मिंदगी से, चीटियों के घर आसरा लेने पहुँचा| तभी चींटी ने उसकी लापरवाही की याद दिलाते हुए कहा, “अपने वक़्त को बेवजह बर्बाद करने वाले, अपनी बुरी परिस्थितियों से नहीं बच सकते” और चींटी की इसी सीख के साथ यह कहानी ख़त्म हो जाती है|
10 lines short stories with moral: सारस (Saras ki Kahani)
रहस्यमयी काला चश्मा | rahasyamayi kala chashma | short kahani in hindi
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