धोखा (Dhokha) स्कूल की प्रेम कहानी- New kahaniyan (short stories) for kids:
स्कूल की प्रेम कहानी– दोस्ती का रिश्ता अपने आप में ही भरोसे की अद्भुत मिसाल होता है लेकिन, जब इसी रिश्ते में धोखा (Dhokha) मिलने लगे तो, जीवन की कडवी सच्चाई से सामना होता है| ऐसी ही यह कहानी, शेखर और अर्जुन की है| दोनों ने शहर के एक ही कॉलेज में दाख़िला लिया था| बचपन से, दोनों ने साथ ही पढ़ाई की थी इसलिए, शेखर और अर्जुन की दोस्ती इतनी गहरी थी कि, आज तक इनके बीच में, कोई नहीं आ पाया था लेकिन, कॉलेज की पढ़ाई शुरू होते ही, शेखर को विनी से प्यार हो जाता है हालाँकि, अर्जुन को विनी का बर्ताव, कुछ अजीब लगता है इसलिए, उसने शेखर को शुरू में समझाने की कोशिश की लेकिन, शेखर अपनी उम्र के उस पड़ाव पर था, जब युवाओं को प्रेम का सबसे ज़्यादा आकर्षण महसूस होता है| शेखर ने विनी के ख़िलाफ़, अर्जुन की कोई बात नहीं सुनीं| शेखर एक बड़े घर का लड़का था इसलिए, विनी शेखर का फ़ायदा उठाने के लिए, उसे अपने प्यार के जाल में फँसा रही थी| अर्जुन को विनी पर शक हो चुका था लेकिन, शेखर तो उसके प्रेम में दीवाना था| एक दिन विनी, शेखर से अपने घर की मजबूरी बताकर, दो लाख रुपये ले लेती है और जैसे ही, अर्जुन को यह बात पता चलती है, वह शेखर पर बहुत नाराज़ होता है| दरअसल, शेखर ने अपनी फ़ीस के पैसे, विनी को दे दिए थे| इसके बाद तो जैसे, शेखर पूरा बदल चुका था|
उसे विनी पर इतना विश्वास था कि, वह आए दिन कोई न कोई तोहफ़ा, उसे देता रहता| शेखर, विनी के प्यार में डूब चुका था| कुछ ही महीनों के अंदर, विनी ने शेखर पर ऐसा जादू किया कि, वह अर्जुन की दोस्ती भी भूल गया| हालाँकि, अर्जुन को शेखर के दूर होने से ज़्यादा बुरा, उसके फँसने का लग रहा था| एक दिन, अर्जुन कॉलेज के गार्डन में, विनी को किसी दूसरे लड़के के साथ, आपत्तिजनक हालत में देखता है| वह तुरंत विनी के पास पहुँच जाता है| अर्जुन के पहुँचते ही, वह लड़का वहाँ से भाग जाता है लेकिन, विनी घबरा जाती है और वह डरते हुए, अर्जुन से कहती है, “प्लीज़ तुम शेखर को, इसके बारे में कुछ मत बताना|” तभी अर्जुन कहता है, “अगर तुम मेरी गर्लफ़्रेंड बनोगी तो, मैं शेखर से कभी कुछ नहीं कहूँगा|” पहले तो, विनी को अर्जुन का यह प्रस्ताव, अजीब लगता है लेकिन, बाद में वह मान जाती है| धीरे धीरे विनी अर्जुन के क़रीब आने लगती है| शेखर इस बात से बेख़बर, विनी के लिए पलकें बिछाए, इंतज़ार करता रहता था लेकिन, अब विनी को, अर्जुन के साथ ही ख़ुशी मिलने लगी थी| कुछ दिनों के मुलाक़ात में, विनी अर्जुन के प्यार के सामने, शेखर को भूल चुकी थी| कई लड़कों के साथ धोखा करने के बाद, विनी को पहली बार किसी लड़के से, सच्चा प्यार हुआ था| उसने फ़ैसला कर लिया कि, “वह शेखर से, अर्जुन के बारे में सच बता देगी|” अर्जुन ने भी विनी से कहा कि, “हाँ मुझे भी लगता है, अब हमें अपने रिश्ते के बारे में, शेखर को सब कुछ बता देना चाहिए|” अगले दिन विनी, शेखर को क्लास के बाहर, मिलने के लिए बुलाती है| शेखर, विनी के साथ अर्जुन को खड़े देख, हैरान हो जाता है| जैसे ही वह, विनी के पास पहुँचता है, उसे सच्चाई पता चल जाती है| इस बात को सुनते ही, शेखर के पैरों तले ज़मीन खिसक जाती है| उसे यक़ीन ही नहीं होता कि, उसके सबसे अच्छे दोस्त ने ही, उसे धोखा दिया है| वह अर्जुन को कुछ बोल पाता, उससे पहले ही विनी ने, सब कुछ साफ़ कर दिया था लेकिन, इसी बीच अर्जुन, ज़ोर ज़ोर से हँसने लगता है| विनी और शेखर उसे हँसता देख, दंग रह जाते हैं| तभी शेखर, अर्जुन से कहता है कि, “मेरी ज़िंदगी बर्बाद करके, तुझे हँसी आ रही है” लेकिन तभी अर्जुन कहता है, “मैंने तुझे पहले ही कहा था| यह लड़की, तेरे लायक नहीं है इसलिए, तुझे इसका असली चेहरा दिखाने के लिए, मुझे इस लड़की से, प्यार का नाटक करना पड़ा|
तुझे पता नहीं, मैं तुझसे कितना प्यार करता हूँ| क्या सिर्फ़ एक लड़की के लिए, मैं तेरा दिल तोड़ सकता हूँ?” अर्जुन की बात सुनते ही, विनी के पैर कांपने लगते हैं| उसे समझ में ही नहीं आता कि, “अर्जुन का प्यार सिर्फ़ एक नाटक था” लेकिन जैसे को तैसा मिल चुका था| विनी, ग़ुस्से में पैर पटकते हुए, वहाँ से निकल जाती है| शेखर अर्जुन को गले लगाकर, माफ़ी माँगता है और दोनों की दोस्ती का कमल, फिर से खिल जाता है|